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Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरु में Accenture विवाद ने सोशल मीडिया को झकझोरा

Accenture Faces Backlash After Atul Subhash’s Death | अतुल सुभाष की मौत के बाद Accenture पर निशाना 👁‍🗨️
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि अतुल सुभाष की पत्नी, निकिता सिंघानिया, IT कंपनी Accenture में काम करती हैं। सोशल मीडिया यूजर्स ने कंपनी से निकिता को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग शुरू कर दी।

X (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूजर्स ने Accenture के अकाउंट को टैग करते हुए लिखा, “Dear @Accenture, you have 24 hours to fire. Your time starts now.” इस प्रकरण के बाद Accenture का सोशल मीडिया अकाउंट प्राइवेट कर दिया गया।

₹3 Crore Demand and Harassment Allegations | अतुल सुभाष का उत्पीड़न और ₹3 करोड़ की मांग 💸
अतुल सुभाष, जो उत्तर प्रदेश के मूल निवासी थे, ने अपने नोट और वीडियो में बताया कि उनकी पत्नी और उसके परिवार ने उनसे ₹3 करोड़ रुपये की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी, मां, भाई और चाचा ने मिलकर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया।

बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस थाने में अतुल सुभाष की शिकायत पर पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर अनिल कुमार के अनुसार, “हमने इन्हें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत बुक किया है और जांच शुरू कर दी है।”

Justice for Atul Subhash Trending on Social Media | सोशल मीडिया पर न्याय की मांग 📢
अतुल सुभाष के इस दुखद कदम ने सोशल मीडिया पर “पुरुषों के अधिकार” और न्याय के लिए एक बड़ी बहस को जन्म दिया है। उनके सुसाइड नोट और वीडियो को Save Indian Family Foundation से साझा किया गया था। इन दस्तावेजों में अटल ने अपनी भावनात्मक और आर्थिक परेशानियों को
विस्तार से बताया।

X पर कई यूजर्स ने Accenture से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा, “Accenture, remove this woman from whatever position she holds.” इस मामले ने IT कंपनी पर एक नैतिक दबाव भी डाला है।

Final Messages by Atul Subhash | अतुल सुभाष का न्याय की ओर अंतिम संदेश ⚖️
अपने अंतिम संदेशों में, अतुल ने न केवल अपनी पत्नी और उसके परिवार को दोषी ठहराया बल्कि जौनपुर के एक फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि इन सभी ने मिलकर उनके जीवन को असहनीय बना दिया।

Awareness About Mental Health | मानसिक स्वास्थ्य और जागरूकता की ज़रूरत 🕵️
यह घटना इस ओर इशारा करती है कि मानसिक स्वास्थ्य और पुरुषों के साथ हो रहे उत्पीड़न को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर शुरू हुआ यह आक्रोश कहीं न कहीं इस बात की उम्मीद जगाता है कि इस मामले में पीड़ित को न्याय मिलेगा और समाज में इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ेगी।

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